समय बर्बाद मत करो
आपके सपनों की दुनिया में, जहाँ समय का महत्व हर क्षण महसूस होता है। अपना समय बर्बाद मत करो, आपको प्रेरित करने के लिए यहाँ है, समय को उपयोगी बनाने और आपके सपनों की प्राप्ति में सहायता करने के लिए।
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समय की कीमत
समय बर्बाद मत करो, यहाँ आपको समय के महत्व को समझने और उसे सही तरीके से उपयोग करने के लिए मंत्रित किया जाता है। अपना समय बर्बाद मत करो, हम साथ मिलकर समय को एक नए दृष्टिकोण से देखें और हमारे सपनों को साकार करने के लिए उसे सही तरह से निर्धारित करें।
जोश भरी कहानियों, नई प्रेरणादायक विचारों और उपयोगी संदेशों से भरपूर, यह आपको समय के मूल्य को समझने और उसे सही तरह से उपयोग करने के लिए एक उत्कृष्ट स्रोत प्रदान करता है। अपना समय बर्बाद मत करो, जीवन का हर क्षण महत्वपूर्ण है, और हम आपको आपके समय को समझने और महसूस करने की यह महत्वपूर्ण कला सिखाते हैं।
Motivational Story
समय के बारे में कहा गया है की ये कभी किसी के लिए नहीं रुकता। हमेशा आगे बढ़ता ही चला जाता है। आपकी अगर एक सेकंड में बेवज़े वेस्ट हो गई ना तो आप बहुत लोगों से पीछे हो रहे हो क्योंकि क्या पता उसे एक सेकंड में कितने लोगों ने मेहनत करके आपको देसेर्विंग से नॉन देसेर्विंग बना दिया हो? कितने लोगों ने आपको पीछे छोड़ दिया सिर्फ इस वजह से, क्योंकि आप अपना टाइम बर्बाद कर रहे थे और सबसे बुरी बात पता क्या है?
तुम्हें ये शुरू से पता होता है कि तुम अपना टाइम वेस्ट कर रहे हो और ऐसा पता होने के बाद भी अगर हम लगातार अपने टाइम का मिसयूज कर रहे हैं, जब हमारे पास टाइम होता है, हम तब कुछ नहीं करते। क्योंकि तब हमारे पास सही समझ नहीं होती जिससे हम वक्त और उसकी अहमियत को पहचान सके। और जब समझ आती है ना तब वक्त आज से निकल चुका होता और केवल पछतावा होता है। आपने कहावत सुनी होगी, अब पछताए क्या होता है जब चिड़िया चुक गई खेत यानी सही समय पर किया गया काम ही अच्छे रिसाल्ट को दे सकता है। कभी किसी को लगता है कि उसका अच्छा टाइम चल रहा है तो किसी को लगता है कि उसका टाइम बहुत खराब चल रहा है, लेकिन टाइम कभी भी बुरा नहीं होता। आपके जीवन में हर समय की तरह भी अच्छा है। बस आपको ये पता होना चाहिए।
की आपको कब, क्या और कैसे अपना काम करना है। सफल आदमी वही होता है जिसे अपने टाइम का सही यूज़ करना आ गया हो, हर अच्छे बुरे, सफल, असफल आदमी के जीवन में उतना ही समय होता है जितना आपके पास है। ऐसे में समय को बर्बाद करने की कोशिश करना भी मूर्खता है। अगर आप समय को बर्बाद करोगे ना तो समय खुद आपको बर्बाद कर देगा। इसके ऑपोजिट यदि आप समय की इम्पोर्टेंस को जानते है टाइम की वैल्यू करते है तो डेफिनिट्ली आप कुछ बड़ा कर जायेंगे। अक्चवली हमें जो करना है ना वो चाहे एग्ज़ैम की तैयारी हुई या फिर जॉब के लिए प्रिपरेशन करना हो, कोई भी काम हो हम डिसैड तो कर लेते है।
की हमें ये करना है लेकिन हम इसके बारे में आगे काम नहीं करते। कैसे और कब करना है, इसके बारे में कोई प्लानिंग नहीं करते या उसको शुरू ही नहीं करते। जब काम करने का मन बना लिया है ना तो सिर्फ सोच सोच के ये अपना टाइम क्यों वेस्ट कर रहे हो कल कर लूँगा आज सो लेता हूँ, कल से पक्का कर लूँगा बस यही बहाने चल रहे है और यही तुम्हारी कल पर टालने की आदत तुम्हारी सबसे बड़ी दुश्मन है। ये तुम्हारा सिर्फ आज का बहाना नहीं है। ये तुम्हारे डेली के टुडे वेस्ट हो रहे है। आज तुम्हारा बर्बाद हो रहा है।
बस यही सोच के की यार कर लेंगे, अभी तो बहुत टाइम है, आज नहीं किया तो क्या हुआ? कल हो जाएगा, कल का दिन तो आना ही है। यही है डेली का प्रोक्रेस्त्नेशन रोज़ के काम को कल पर टालते रहना, ऐसा काम जिसे करने में फिजिकल, मेंटली या एमोशनल एफर्ट लगता है ना, उसी काम को लेकर के हम टाइम वेस्ट करते रहते हैं और उसको कल पे टालते रहते हैं। बाकी आलतू फालतू काम तो आप सब कर लेते हो, तुरंत कर लेते हो, जिससे आपका कोई बेनिफिट नहीं हो रहा हो। आपको मज़ा आ रहा हो, खाली टाइम वेस्ट हो रहा हो, बस उस काम को आपको आज ही करना है और ये प्रोक्रिस्टिन हम उन्हीं जरुरी कामों को लेकर के करते हैं जो हमारे फ्यूचर के लिए हमारे करियर के लिए बहुत जरूरी है।
हमारे करियर के लिए बहुत जरूरी है जैसे स्टडी करना, एक्सर्साइज़ करना, लिमिटेड सोना मेहनत करना क्योंकि ये एक कंफर्ट ज़ोन के बाहर की चीजें हैं या तुमने कभी भी ऐसे काम को कल के लिए टाला है जिसे करना जरूरी नहीं है। जैसे आज मैं रील्स को स्क्रॉल नहीं करूँगा, आज मूवी नहीं देखूंगा। कल देख लूँगा तो सीधा सा जवाब आपने ऐसा कभी नहीं किया होगा जो फालतू की चीजें हैं ना उनको आपने आज ही किया होगा, एक्स्ट्रा ही किया होगा। तुम्हें हमेशा ये लगता है कि यार अभी बहुत टाइम अभी आज केवल आज ही वेस्ट हुआ है। फिर आज जैसे कंफर्ट ज़ोन में रहने की तुम्हारी बॉडी को ना आदत पड़ जाती है और यही कंफर्ट ज़ोन वाली आदत तुम्हारी लाइफ को वेस्ट कर रही है। ऐसा करते करते तुम्हे पता ही नहीं चलता। कब तुम्हारे एग्ज़ैम्स आ गए। कब तुम्हारे इंटरव्यू डेट्स नजदीक आ गई है? फिर आपको लगता है कि ले यार, अब तो टाइम ही नहीं बचा अब तो क्या ये कर लूँगा? मैं तो ये जो लास्ट में पहुँच कर आपको कास्ट फील होता है ना यार इतने से टाइम में मैं कैसे तैयारी करूँगा?
तो ये बहुत पहले सोचना था। किसी भी एग्ज़ैम की किसी भी काम की प्रिपरेशन 1 दिन नहीं होती। एक महीने में नहीं होती है, उसके लिए टाइम देना पड़ता है। तुम तुम्हारा टाइम ऐसी जगह इन्वेस्ट कर रहे हो ना जहाँ से 0% रिटर्न मिलने वाला है, ये तुम्हारी बहाना बनाने की आदत टाइम वेस्ट करने की आदत ये तब तक नहीं जाएगी जब तक तुमने कोई टारगेट कोई डेडलाइन सेट नहीं किया होगा। अगर तुम्हारे पास कोई डेडलाइन है, टारगेट है, प्लानिंग है तभी वो काम सही टाइम पर किया जा सकता है। लेकिन अगर डेडलाइन नहीं है ना तो तुम्हारीनेस इनफाइनेट टाइम तक हो सकती है। जीस एग्ज़ैम को फाइट करने में कम से कम छह महीने या साल भर का टाइम या बहुत ज्यादा मेहनत लगती हो और उसके लिए तुम्हारे पास टाइम वेस्ट करने के बाद कुछ ही दिन बचे हो तब ये फील करना बहुत गिल्टी भरा हो जाता है। यार कुछ नहीं हो सकता। काश मैंने टाइम वेस्ट नहीं किया होता। तुम्हें एक एस्पिरेट हो तुम इसी चीज़ की तैयारी कर रहे हो।
या कुछ भी ऐसा काम कर रहे हो जिसकी तुम्हे कोई डेडलाइन देने वाला नहीं है। तुझे कोई नहीं बताने वाला यार, तेरे पास दो ही महीने बचे, पढ़ ले भाई कोई नहीं समझाने वाला तुम अगर घर से दूर रह कर तैयारी कर रहे हो, किसी को भी पता नहीं है की तुम क्या कर रहे हो। घर वाले ये सोच रहे होंगे की हमारा बच्चा पढ़ रहा है, तैयारी कर रहा है। इस बार एग्ज़ैम निकाल लेगा वो जब तुम्हे कोई डेडलाइन देने वाला ना हो, तुम्हे कोई मोटीवेट करने वाला ना हो। उस टाइम के लिए खुद को इस तरीके से प्रेपेर करो की आपके अंदर से इंस्पिरेशन आनी चाहिए की यार मुझे ये काम करना है। मुझे टाइम बर्बाद नहीं करना। इनर मोटिवेशन मिलता रहना जरूरी है। आपको हमेशा ये लगना चाहिए की यार अगर ये मौका निकल गया ना तो मैं आगे क्या करूँ? पूरी लाइफ मैं इसके बिना कैसे सर्वाइव करूँगा। । इसलिए अपने इमोशन्स पर अपने आप पर खुद से कंट्रोल करना सीखो।
अपना टाइम खुद से मैनेज करना सीखो सबसे ज्यादा जरूरी है अपने जीवन को ऐसे रास्ते पर रखो जहाँ पर आप खुद अपने 24 घंटे का मनेजमेंट संभाल रहे हो। आपको कोई डायरेक्शन दे या ना दे आप अपने आपको एक सही ट्रैक पर रखो, पूरे दिन का स्केडुयूल बना कर खुद को इस तरीके से तैयार करोगी। हाँ इतने टाइम में मुझे ये करना है चाहे कुछ भी हो जाए और ब्ये रूटीन अगर 1 दिन खराब होता है ना तो आप इस चीज़ का स्टेटस मत लो की यार आज मेरा 1 दिन खराब हो गया बल्कि उसको कवर अप करो की जो 1 दिन का नुकसान हुआ ना उसकी कैसे आप मैक्सिमॅम से मैक्सिमॅम रिकवरी कर सकते हैं तब तुम्हारे टाइम की प्लानिंग जैसी कर सकते हो ना तुम वैसे कोई और नहीं कर सकता।
जॉब करना चाहते हो जो इन रियल जो आप कर रहे हो। अगर इन दोनों चीजों में बहुत ज्यादा डिफरेंस है ना तो आपके मैएंड में कॉन्फ्रैक्ट आ जाएगा। आपकी लाइफ में कॉन्फ़्लिक्ट आ जाएगा। आप अपने आप से लड़ने लग जाओगे और इसी का नतीजा है एन्क्साइटी डिप्रेशन प्रेशर और ये फिर से बढ़ता जाएगा। आप जो करना चाहते हो उसी डायरेक्शन में काम करेंगे तो विथाउट प्रेशर काम कर पाएंगे। सोच कुछ और रहे हो करना कुछ और चाहते हो और कर कुछ और रहे हो। इन सब चीजों से सिर्फ और सिर्फ आपका टाइम वेस्ट हो सकता है। इवन टाइम ही नहीं, आपकी जिंदगी वेस्ट हो सकती है। अगर किसी फील्ड को लेकर आपको ये लग रहा है कि इसमें आप ज्यादा अच्छा परफॉर्म नहीं कर सकते तो ऐसा काम चूस करो।
जीसको करने में आप ज्यादा कॉन्फिडेंट फील करते हो, जिसमें आप अच्छा रिसाल्ट अचीव कर सकते हो। और अगर आपका टारगेट थोड़ा लम्बा है यानी 2 साल लग सकते हैं उसको अचीव करने तो उसको छोटे छोटे स्टेप में डिवाइड करो। जैसे एक छोटा स्टेप कंप्लीट करने के बाद खुद को छोटा सा रिवार्ड दो, इससे आपके काम में कंटिन्यूयिटी बनी रहेंगी। आपका वो काम छूटेगा नहीं। आपके एफर्ट्स आपकी परफॉरमेंस पूरा आपकी मेहनत से मिलने वाला रिसाल्ट डिसैड करता है की आपने अपने टाइम का और ऑपर्च्युनिटी का कितना सही ढंग से यूज़ किया है। किसी काम को शुरू करने पर ज्यादा से ज्यादा क्या होगा? आप उसमें फैल हो सकते हो, लेकिन फैल होने से ज्यादा बुरा क्या है? उस काम को शुरू ही नहीं करना। इसलिए जो काम तुम कर सकते हो ना और करना चाहते हो, जिसे करने को लेकर कॉन्फिडेंट हो उसे आज ही शुरू करो।
उस पर प्लानिंग करो, मैपिंग करो और फिक्स करो की हाँ आपको ये करना ही है क्योंकि अगर आप आज वो काम नहीं कर सकते तो आने वाले सालों में आपके पास सिर्फ और सिर्फ रिग्रेट बचेगा की काश मैं उस प्रेसियस टाइम को वेस्ट नहीं करता और वो करता जो मेरे सपनों को पूरा करने में हेल्प करता तो आज मैं कहीं और ही होता। इसलिए सिगरेट से बसने के लिए टाइम वेस्ट करना बंद करो और लग जाओ। अपनी मेहनत में, और आज से शुरू करो। कबीरदास ने कहा है काल करे सो आज आज करे सो अब पल में प्रलय होएगी बहुरी करेगा कब? यानी जो फ्यूचर में होने वाला है उसका तुझे नहीं पता, लेकिन तेरा आज तेरे पास है उसमें तू चाहे जो कर सकता है, अपना नाम अपनी पहचान बना सकता है।
दुनिया में क्या क्या नया हो रहा है? दुनिया किस डायरेक्शन में जा रही है वो सीखो फालतू का कॅन्टेंट देखने में इधर उधर टाइम वेस्ट करने की जरूरत नहीं है जब आपने अपना समय नियोजित कर लिया है। आपने पूरा रोड मेप बना लिया है तो अब आपको अपने रिसाल्ट को लेकर के स्ट्रेस नहीं लेना। आपका काम था अपना 100% देना। अब रिसाल्ट चाहे जो भी हो, आपके मन में गिल्ट हो। रिग्रेट नहीं रहेगा। ये चार चीजें आपकी जिंदगी बदल सकती है। सबसे पहला आलस को छोड़ दो, दूसरा आज से ही कामों को टालना छोड़ दीजिए। आज वाले काम आज ही होने चाहिए। तीसरा हार्ड वर्क नहीं स्मार्ट वर्क की आदत डालना पड़ेगा। और चौथा ये की समय को कभी बर्बाद करो लाख बातों की एक बात वरना समय आपको बर्बाद करेगा और आप संभल नहीं पाओगे। अपना ख्याल रखिये और मेहनत कीजिये। मेहनत के दम पर अपना ही नहीं बल्कि दुनिया में देश का नाम भी कीजिये।
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