Sacha Pyar Kya Hota Hai
Sacha Pyar Kya Hota Hai, प्यार एक ऐसा आदर्श है, जो हमें अपने जीवन को सुंदर और मानसिक रूप से संतुष्ट बनाता है। Motivational For Love Life, में हम जानेंगे कि Love Life, और Sacha Pyar Kya Hota Hai, और कैसे हम अपने जीवन को The Motivational Story, से अच्छा बना सकते हैं, इसके अलावा, हम अनुभव की कुछ मिसालें भी साझा करेंगे जो हमें सिखाती हैं कि Sacha Pyar Kya Hota Hai, और कैसे प्यार को सही तरीके से अनुभव किया जा सकता है।
सच्चा प्यार क्या होता है, यह एक रहस्यमय और अद्वितीय अनुभव है जो Love Life, को समझने की कोशिश करता है। Motivational For Love Life, यह एक आत्मा का मिलन है. सच्चा प्यार जीवन को सुंदरता और आनंद से भर देता है। यह हमें नई उत्साह और प्रेरणा देता है ताकि हम हमेशा आगे बढ़ सकें। The Motivational Story, मे आओ, Sacha Pyar Kya Hota Hai, इस सफर को साझा करें और हमेशा साथ चलें।
Love Life
जब भी ऊपर वाले से मांगो तो अपने माता पिता की लंबी उम्र मांगना क्योंकि उनसे ज्यादा प्यार इस दुनिया में कोई और आपको कर नहीं सकता। एक पिता पुत्र जो समुद्री रास्ते से कहीं दूसरी ओर जा रहे थे और बीच समुद्र में बीच मज़धर में उनकी नाव जीस बोट पर सवार थे, वो खराब हो गई। और उन्हें लगा कि सब कुछ खत्म होने को जीवन खत्म होने को तो पिताजी ने देखा की दूर एक टापू दिख रहा था। जैसे तैसे वहाँ तक पहुंचे वो एक नहीं दो टापू थे।
The Motivational Story
किनारे पर उतरे और पिताजी ने कहा देखो बेटा, अब तो जीवन समाप्त होता और दिख रहा है, कुछ और ऑप्शन नजर नहीं आ रहा है। कोई विकल्प नहीं है यहाँ से जान बचाने के लिए कि काम बचा है। बेटे ने पूछा क्या? पिताजी ने कहा बस एक ही काम बचा है, ऊपर वाले की प्रार्थना करते हैं एक टापू ऊपर मैं जा रहा हूँ दूसरे पर तुम चले जाओ। ध्यान लगाओ और प्रभु से कहो की हमें बचाएं, जो मांगना है मांग लो कुछ ना कुछ तो होगा ही।
पिताजी जाकर के ध्यान लगाने बैठ गए। बच्चा जाकर के प्रार्थना करने लगा आपने दो जो लड़का था दूसरे वाले टापू पर और उस लड़के ने कहा कि ये तो बड़ा विराम सा है। ध्यान में उसने कहा कि यहाँ तो बड़ा विराम सा है, पेड़ भी नहीं है। फल खाने भूख लग रही है। जब उसने आँखें खोली तो वहाँ पेड़ ही पेड़ दिखाई दिए और फल बड़े बड़े लगे हुए थे। लड़का दौड़ के गया जाकर के फल तोड़ रहा है। खाने लगा फिर से ध्यान में बैठ गया और कहने लगा चलो फल तो खा लिए, ये जगह बहुत सुंदर है।
कुछ ऐसा हो जाए कि यही परिवार बसा लूँ, एक झोपड़ी मिल जाए। यहीं पर मेरा परिवार बस जाए, क्या ऐसा हो सकता है? उसने ध्यान में ऐसा बोला और जब आंखें खोली तो सामने एक झोपड़ी उसे दिखाई दी। उसका घर बन चुका था और साथ में पास में एक महिला खड़ी हुई थी। उसने कहा क्या बातें घर भी बन गया? महिला भी आ गई, शादी भी हो गई। मेरी तो फिर से उसने ध्यान लगाया कि अब जब सब कुछ हो ही गया है तो यहाँ से बचने का रास्ता निकालते हैं, क्योंकि जब सब कुछ मेरी सुनी जा रही है तो यह भी सुन ली जाएगी।
तो उसने आंखें बंद की ध्यान लगाया और कहा कि हे प्रभु बस एक नाव का इंतजाम करवा दो ताकि मैं अपने परिवार को लेके आंसर निकल लूँ और जब उसने आंखें खोली तो सामने की तरफ की नारे पर उसे एक अच्छी सी सुंदर सी नाव दिखाई दी जो जाने के लिए तैयार थी। लड़का दौड़ के उस स्त्री को साथ में लेकर के दौड़ा और जा करके नाव में चढ़ गया की बस निकलना तभी आकाशवाणी हुई और आवाज आई की बेटा अकेले अकेले जा रहे हो, अपने पापा को साथ नहीं ले जाओगे।
उस लड़के ने कहा कि मेरे पिताजी के कर्मों का फल मिल रहा है। उन्हें उनके चक्कर में यहाँ आ गए। मेरे पिताजी ने अगर अच्छे कर्म करे होते तो अभी उनकी नहीं सुन ली होती। आपने देखो चुपचाप वैसे की वैसे ही बैठे कुछ हो ही नहीं रहा। उस तरफ हमारे यहाँ देखो सब कुछ बदल गया है। पेड़ आ गए, फल आ गए, झोपड़ी बन गई। मेरे लिए तो स्त्री भी आ गई। इस शादी भी हो गई। मेरी तो सब आपने सुन ली। मेरे पिताजी की तो सुनी नहीं रहे हो, उन्हें उनके कर्मों का फल मिल रहा है। मिलने दो हम यहाँ से निकलेंगे, उन्हें भुगतने दो।
आकाशवाणी फिर से हुई कि बेटा तुम जानना नहीं चाहते कि वो मांग क्या रहे हैं? उस लड़के ने कहा हाँ बताओ बताओ मांग क्या रहे हैं वो जो मिल नहीं रहा है उन्हें ऐसा क्या मांग लिया उन्होंने? आकाशवाणी फिर से हुई और आवाज आई कि तुम्हारे पिता बस एक ही चीज़ मांग रहे हैं कि मेरा बेटा जो भी मांग रहा है, उसे मिलता चला जाए मेरे बेटे की हर प्रार्थना स्वीकार करना। लड़की की आँख में आशु आ गया।
उसे अपनी गलती रियलाइज हुई लेकिन हम में से कईयों को गलती रियलाइज नहीं होती। हमें लगता है कि मातापिता तो हमारे साथ हैं, ठीक हैं ना चल ही रहा हैं। हम फ़ोग्रांटेड ले लेते हैं। हमें लगता हैं की ठीक हैं, कोई बड़ी बात नहीं हैं। हम भूल जाते हैं की इस दुनिया में सबसे ज्यादा मोहब्बत, सबसे ज्यादा प्यार हमें हमारे माता पिता ही करते हैं। दुनिया का हर शख्स ये चाहता हैं की आप आगे बढ़े लेकिन एक कदम उसका आपसे आगे रहो। आपसे थोड़ा सा आगे निकला हो वो थोड़ा सा और उन्नति कर ले। लेकिन सिर्फ माता पिता ऐसा चाहते हैं की आप उनसे भी ज्यादा प्रोग्रेस करें, उनसे भी ज्यादा नाम कमाएं, शोहरत कमाएं, पैसा कमाए, खुशियां लाये.
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